पत्र व्यवहार का पता

अभिव्यक्ति तुक-कोश

१. ५. २०१८

अंजुमन उपहार काव्य संगम गीत गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति
कुण्डलिया हाइकु अभिव्यक्ति हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर नवगीत की पाठशाला रचनाकारों से

हुआ मई आरंभ

 

 

हुआ मई आरम्भ
जून-सी गर्मी आयी है

कड़क हो गयी धूप
उमस है घर के अंदर
सबके सब बेहाल
पेड़-पौधे, पशु, नभचर

बीत गया मधुमास
लगी जलने तरुणाई है
हुआ मई आरम्भ
जून-सी गर्मी आयी है

सूखे भू के होंठ
फटी पोखर की छाती
सूख गये नलकूप
अभी से लू धमकाती

होगा कैसा हाल
कि बाकी जून-जुलाई है
हुआ मई आरम्भ
जून-सी गर्मी आयी है

प्यासा मन बेचैन
स्वेद से तन है गीला
बढ़ा धरा का ताप
प्रदूषण ने की लीला

क्षरित हुई ओजोन
बनी भू गरम कड़ाही है
हुआ मई आरम्भ
जून-सी गर्मी आयी है

- गरिमा सक्सेना

इस माह
ग्रीष्म महोत्सव के अवसर पर

गीतों में-

bullet

अनूप अशेष

bullet

अश्विनी कुमार विष्णु

bullet

आचार्य गिरिमोहन गुरु

bullet

आभा सक्सेना दूनवी

bullet

कल्पना मनोरमा

bullet

कल्पना रामानी

bullet

कुमार रवीन्द्र

bullet

कृष्ण भारतीय

bullet

गरिमा सक्सेना

bullet

चन्द्रप्रकाश पाण्डे

bullet

डॉ. महेन्द्र भटनागर

bullet

देवव्रत जोशी

bullet

देवेन्द्र सफल

bullet

प्रदीप शुक्ल

bullet

बसंत कुमार शर्मा

bullet

ब्रजनाथ श्रीवास्तव

bullet

भावना तिवारी

bullet

मधु शुक्ला

bullet

मलखान सिंह सिसौदिया

bullet

मानोशी चैटर्जी

bullet

योगेन्द्र प्रताप मौर्य

bullet

रंजन कुमार झा

bullet

रंजना गुप्ता

bullet

रमा प्रवीर वर्मा

bullet

रविशंकर मिश्र रवि

bullet

राकेश सुमन

bullet

राजेन्द्र वर्मा

bullet

राहुल शिवाय

bullet

विनोद निगम

bullet

शशिकांत गीते

bullet

शशि पाधा

bullet

शशि पुरवार

bullet

शिवानंद सिंह सहयोगी

bullet

शीलेन्द्र सिंह चौहान

bullet

सरस्वती माथुर

bullet

सीमा अग्रवाल

bullet

सुरेन्द्र कुमार शर्मा

bullet

सुरेन्द्रपाल वैद्य

छंदमुक्त में-

bullet

अजित कुमार

bullet

अश्विन गांधी

bullet

मधु संधु

bullet

शैलेष वीर

छंदों में -

bullet

ओमप्रकाश नौटियाल

bullet

परमजीतकौर रीत

bullet

रचना

अंजुमनउपहार काव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंकसंकलनहाइकु
अभिव्यक्तिहास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतरनवगीत की पाठशाला

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है।

Google
Loading
प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन¸ कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन

सहयोग :
कल्पना रामानी