मौसम का आनंद उठाएँ
चलो शिकंजी पीकर आएँखट्टी मीठी इस दुनिया में
शुद्ध तरावट देने वाला
जीवन की आपाधापी में
मुस्कानों को सेने वाला
दूर नहीं बस सड़क पार है
ठंडा मीठा शरबत वाला
सुस्ती छोड़
दुकान तक जाएँ
इससे भी मित्रता बढ़ाएँ
चलो शिकंजी पीकर आएँ
धूप घनेरी घेर रही है
आँख दिखाती टेर रही है
इसे हराए हिम्मतवाला
मोटा गमछा, चश्मा काला
कार-वार की नहीं जरूरत
सड़क पार है शरबत वाला
...
लू-लंगर-
से मत घबराएँ
साथ बड़ी छतरी लेआएँ
चलो शिकंजी पीकर आएँ
..
- पूर्णिमा वर्मन
|