मेरा शहर बदल गया
मेरा शहर बदल गया।
मेरा शहर बदल गया।
जहाँ पर आधी रात को भी, घूमता था मैं निडर,
वहाँ तो रोशनी में भी, मुझे तो अब लगे है डर,
न जाने कब फटेगा बम, कहाँ चलेंगी गोलियाँ,
ज़हर का बीज किसने बोया था, जो आज फल गया।
मेरा शहर बदल गया।
मेरा शहर बदल गया।
वो ताज़गी हवाओं की, कहाँ गई, किधर गई,
वो ज़िंदगी फ़िज़ाओं की, उमर हुई है मर गई,
नज़र हुई धुआँ-धुआँ, हर एक साँस है ज़हर,
ये किसकी बद दुआ लगी, ये किसका जादू चल गया।
मेरा शहर बदल गया।
मेरा शहर बदल गया।
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