दिये जलाओ     


विश्वजाल पर दीवाली की कविताओं का दूसरा संग्रह
पहला संग्रह ज्योति पर्व

अनुक्रम

 

१. एक दीप मेरा पूर्णिमा वर्मन ०१. ११. ०४
२. ज्योति का यह पर्व उषा वर्मा ०२. ११. ०४
३. ज्योति सत्ता का गीत निर्मला जोशी ०२. ११. ०४
४.

दीपों का पर्व

मनोज भावुक

०३. ११. ०४
५.

फिर दिवाली है

मानोशी चैटर्जी

०३. ११. ०४
६.

कलाकार का गीत

रामावतार त्यागी

०४. ११. ०४
७.

श्रद्धा की ज्योति

अभिमन्यु सिंह

०४. ११. ०४
८.

रात रात भर

एस एन मेहरोत्रा

०४. ११. ०४
९.

हे मानस के राम

जया पाठक

०५. ११. ०४
१०.

दीपमाला

विशाल शर्मा

०५. ११. ०४
११.

तुम दीवाली बनकर

गोपाल दास नीरज

०६. ११. ०४
१२.

मुझे भी है दीवाली मनानी

ऋचा शर्मा

०६. ११. ०४
१३.

दिवाली के दोहे

आर सी शर्मा आरसी

०७. ११. ०४
१४.

प्रीत दीप

लावण्या शाह

०७. ११. ०४
१५.

घर में दिवाली हो

डॉ. आशुतोष कुमार सिंह

०८. ११. ०४
१६

महलों की छत पर दीप

त्रिलोक सिंह आनंद

०८. ११. ०४
१७.

दीपोत्सव

मधुलता अरोरा

०८. ११. ०४
१८. चिराग नीरज श्रीवास्तवत ८. ११. ०४
१९

दीप जले

अश्विन गाँधी

०९. ११. ०४
२० दूसरा दीपक हिम्मत मेहता ०९. ११. ०४
२१ फिर घर आँगन दीप जलाओ सत्य प्रकाश ताम्रकार 'सत्य' १०. ११. ०४
२२.. दीप बन जलें हम श्याम प्रकाश झा १०. ११. ०४
२३ दिवाली के ग्यारह दोहे सरदार कल्याण सिंह ११. ११. ०४
२४ ऐसी हो दीवाली अभय कुमार यादव ११. ११. ०४
२५ किसने कह दिया गुल देहलवी ११. ११. ०४
२७ दीपावली मनाएँ प्रो. हरिशंकर आदेश १२. ११. ०४
२८ दीप जल उठे उषा राजे सक्सेना १२. ११. ०४
२९ एक दीपक भगवत शरण श्रीवास्तव 'शरण' १३. ११. ०४
३० दीप जलाते रहना महावीर शर्मा १३. ११. ०४
३१ प्रकाश पर्व अमित कुलश्रे,ष्ठ १४. ११. ०४
३२ ऐसा जलाएँ दीया डॉ. तपेश चतुर्वेदी १४. ११. ०४
३३ प्रदीपमाल इंदुकांत शुक्ल १५. ११. ०४
३४ चार दीपक जलाना मंजुल शुक्ला १५. ११. ०४
३५ रात दीवाली की है सारिका १५. ११. ०४
३६. दीवाली आई डॉ. आशुतोष कुमार सिंह १६. ११. ०४
३७ राम दीप जलाए आशुतोष कुमार सिंह १६. ११. ०४
३८ दीप शिखा सी जगे चेतना डॉ. राम गुप्ता १७. ११. ०४
३९ आओ फिर एक दीप जलाएँ गौरव ग्रोवर १७. ११. ०४
४० दीप दीपा जोशी १७. ११. ०४
४१ राह जिस पर मैं चलूँ कृष्ण बिहारी १८. ११. ०४
४२ मैं दीया हूँ विवेक ठाकुर १८. ११. ०४
४३ दीवाली राहुल उपाध्याय १८. ११. ०४
४४ आज खुशी से श्रीकृष्ण माखीजा १९. ११. ०४
४५ दीवाली की रात सौरभ आर्य १९. ११. ०४
४६ दीपावली प्रत्यक्षा १९. ११. ०४
४७ दीप क्यों जलाऊँ मैं प्रवीण सक्सेना २०.११. ०४
४८ कहाँ हैं राम तेजेन्द्र शर्मा २०.११. ०४
४९ दीप जलाते रहे महावीर शर्मा २०.११. ०४
५० दिवाला सत्य प्रकाश ताम्रकार 'सत्य' २०.११. ०४
५१. हे कमल ऋचा शर्मा २०.११. ०४
५२ चिराग तले अँधेरा नीरज त्रिपाठी २१. ११. ०४
५३ इधर दीप जलाते तुम सत्यवान शर्मा २१. ११. ०४
५४ सौ वर्ष पहले संजीव कुमार बब्बर २१. ११. ०४
५५. ज्योति पर्व लावण्या शाह २१. ११. ०४
५६ दीपों की ज्योति कहे प्रो. हरिशंकर आदेश २२. ११. ०४
५७ ऐसा दीप जलाओ अशोक कुमार वशिष्ठ

२२. ११. ०४

५८ ऐसी दीवाली माधवी गुप्ता २२. ११. ०४
५९ प्रचलित थे दीप कमलेश पांडे शजर २२. ११. ०४
६० आए फिर से दीवाली मंजुल शुक्ला २२. ११. ०४
६१. तुम्हें दूँगी दीवाली जया पाठक २२. ११. ०४
६२ ग्वालियर अमिताभ मित्र २३. ११. ०४
६३ यह पर्व दिवाली अमन गर्ग २३. ११. ०४
६४ रोशनी हेमा २३. ११. ०४
६५ दुग्ध दीप का आवलि में शैलाभ शुभिशम २३. ११. ०४
६६ एक दीपक आशुतोष कुमार सिंह २३. ११. ०४
६७ अब दीवाली सूरज प्रकाश २४. ११. ०४
६८ रावण बनाम महारावण सत्येश भंडारी २४. ११. ०४
६९ कैसी हो दीवाली शरद तैलंग २४. ११. ०४
७० झूठी दीवाली कुमार आशीष २४. ११. ०४
७१ हमारी छोटी सी दीवाली शलभ श्रीवास्तव २४. ११. ०४
७२ आओ इस बार अवनीश तिवारी २४. ११. ०४
७३ दीपावली मनाएँ सत्यवान शर्मा २४. ११. ०४
७४ हर दीन मेरी दीवाली है डॉ. रमाकांत शर्मा २४. ११. ०४
७५ दिवाली कैसे मनाऊँ सौरभ आर्य २४. ११. ०४
७६ गरीबों की दीवाली नागराज गिरिमल २५. ११. ०४
७७ दुलहन सी सज के दीपावली मीना छेड़ा २५. ११. ०४
७८ मंगलमय हो यह दीवाली लाल जी वर्मा २५. ११. ०४
७९ आत्म विश्वास का दीप रवीन्द्र मोहन दयाल २५. ११. ०४
८० ज्योति कलश छलके चंदन सेन सागर २५. ११. ०४
८१ राम आज आएँगे क्या आशुतोष कुमार सिंह २५. ११. ०४
८२. दीप दिवालिया श्याम प्रकाश झी २५. ११. ०४
८३ दीपावली के दोहे सत्यनारायण सिंह २६. ११. ०४
८४ शुभ कामना 'भगवत शरण श्रीवास्तव शरण' २६. ११. ०४
८५ ललित वसुंधरा इंदुकांत शुक्ला २६. ११. ०४
८६. दीप तुम जलाते रहना जया पाठक २६. ११. ०४
८७ लाल सूरज हँसता है प्रत्यक्षा २६. ११. ०४
८८ दीपावली कुछ कम देखी विवेक ठाकुर २६. ११. ०४
८९ दीवाली आई गौरव ग्रोवर २६. ११. ०४
९० चराज आँधियों में महावीर शर्मा २७. ११. ०४
९१ दिये सा वो उषा राजे सक्सेना २७. ११. ०४
९२ दीप दीप जलते देखा आशुतोष कुमार सिंह २७. ११. ०४
९३ प्रणय गीत प्रत्यक्षा २७. ११. ०४
९४ उठाओ काफला मीना छेड़ा २७. ११. ०४
९५ सिंगापुरी दीवाली सुषमा श्रीवास्तव २७. ११. ०४
९६ इस बरस भी गुल देहलवी २७. ११. ०४
९७ सद्भाव का दीप ब्रजेश कुमार शुक्ला २८. ११. ०४
९८ नाच न आवे अगस्त्य कोहली २८. ११. ०४
९९ शुभ वेला संजीव कुमार बब्बर २८. ११. ०४
१०० दीप कितना सुंदर विपिन कुमार पवार २९. ११. ०४
१०१ दीपक का कहना  संध्या २९. ११. ०४
१०२ दीप हेमा २९. ११. ०४
१०३ राम की दीवाली सरोज भटनागर २९. ११. ०४
१०४ दीवाली संकल्प कैलाश भटनागर २९. ११. ०४
१०५ दीपों के पर्व में वीणा विज उदित २९. ११. ०४
१०६ अबके दीवाली अमरेन्द्र ३०. ११. ०४
१०७ मशाल जलाओ परमानंद शास्त्री ३०. ११. ०४
१०८ आई दीवाली फिर शैल अग्रवाल ३०. ११. ०४
१०९ परिवर्तन दीप राज किशोर प्रसाद ३०. ११. ०४
११० दीप दीवाली और मेरी माँ मोहित कटारिया ३०. ११. ०४
१११ स्नेह भरे दीप जले संध्या ३०. ११. ०४
११२ दीये चंद्रकांत टोपीवाला ३०. ११. ०४
११३ नव सुमंगल गीत गाएँ डॉ. अजय पाठक ०९. १२. ०४
११४ चलो आज हम दीप जलाएँ सुरेन्द्रनाथ तिवारी ०९. १२. ०४

दीपाली विशेषांभिव्यक्ति में

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