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कर्कश कुटिल कामना त्यागो,
आपस में सद्भाव जगाओ
फिर घर आँगन दीप जलाओ,
हिल मिल दीपावली मनाओ
पहले मन की करो सफाई,
बाँटो मृदु वाणी की मिठाई
मानव धर्म, धर्म है लौकिक,
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई
और न कोई धर्म चलाओ,
हिल मिल दीपावली मनाओ
कर्म कपास की बाती लाओ,
प्रेम पियूष का घृत डलवाओ
एक, एकता का ले दीपक,
अखण्डता की ज्योति जगाओ
झिलमिल दीपावली मनाओ,
हिल मिल दीपावली मनाओ
दीपक चमके अनुपम प्यारा,
आसमान में ज्यों ध्रुव तारा
भारत भाल शिखर पर दमके,
ऐसा हो उद्देश्य हमारा
'सत्य अनोखा देश बनाओ,
हिल मिल दीपावली मनाओ
—सत्य प्रकाश ताम्रकार "सत्य" |