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विचार

मानव
यह तेरे
व्यवहार ही है
जो तुम्हें
और प्राणियों से
अलग बनाते हैं

और
दिलाते हैं
तेरे विचारों को
आंतरिक आधार,
सब गुण-आचार

जो अगर
नीचे गिर गये
तो पशु
और
ऊपर उठे रहे
तो प्रभु
बन जाते हैं

२६ मार्च २०१२

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