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विवेक
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सौदा

 

छाया

शरीर को चाहिए -
समृधि की धूप
निरोग्य वातावरण
और
वयस्क विचार

नाकि -
ग़ुरबत की बदली
दूषित आबोहवा
और
घृणित व्यवहार

क्योकि
बदहाली में
परस्थितियाँ भी
छाया सा
आदमी का साथ
छोड़ देती है !

२६ मार्च २०१२

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