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सौदा
सौदा -
आधुनिक परिवेश की
दोगली संतान है
जिसका
आपकी ज़िन्दगी में
अब ज़यादा योगदान है
घरेलु परिवेश में -
भावना की सौदेबाज़ी,
ऊँचाई के शिखर पर-
चरित्र की सौदेबाज़ी,
फायदे के काम में-
उसूल की सौदेबाज़ी
और
जीने के नाम पर-
विचार की सौदेबाज़ी I
इन सौदों का
आदमी के वजूद पर
अब ऐसा असर है कि-
आदमी, आदमी नहीं
सौदागर है !!
२६ मार्च
२०१२
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