होने वाली है सहर
होने वाली है सहर आगे बढ़ो।
थोड़ी बाकी है पहर आगे बढ़ो।।
रोक कर के रास्ते मेरे सभी,
लोग कहते हैं मगर आगे बढ़ो।।
कातिलों की टोलियों ने घेर ली,
गिर ना जाये फिर कहर आगे बढ़ो।।
फलसफा सुन लो मेरा इस शेर में,
मंज़िलें मिलनी हैं गर आगे बढ़ो।
रूठ के जाते हैं तो आते नहीं,
सोच के पागल उधर आगे बढ़ो।
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