आज के ज़माने में
सोचिये आज के ज़माने में,
आपने सच कहाँ कहाँ बोला।
बेवफ़ा हूँ सभी को मालूम है,
सिर्फ़ तुमने ही बेवफ़ा बोला।
आग लगना ही मैंने देखा है,
रहनुमाँ ने कभी जहाँ बोला।
लोग उसको पसन्द करते हैं,
झूठ का जिसने फलसफा बोला।
चैन से नींद मुझको आ जाये,
उस जगह को ही आशियाँ बोला।
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