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9. 11. 2007  

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मेरे दीपक

मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!
युग-युग प्रतिदिन प्रतिक्षण प्रतिपल;
प्रियतम का पथ आलोकित कर!

सौरभ फैला विपुल धूप बन,
मृदुल मोम-सा घुल रे मृदु तन,
दे प्रकाश का सिंधु अपरिमित, तेरे जीवन का अणु गल-गल!
पुलक-पुलक मेरे दीपक जल!

सारे शीतल कोमल नूतन,
माँग रहे तुझसे ज्वाला-कण;
विश्व-शलभ सिर धुन कहता मैं हाय न जल पाया तुझमें मिल!
सिहर-सिहर मेरे दीपक जल!

जलते नभ में देख असंख्यक,
स्नेहहीन नित कितने दीपक;
जलमय सागर का उर जलता, विद्युत ले घिरता है बादल!
विहँस-विहँस मेरे दीपक जल!

द्रुम के अंग हरित कोमलतम,
ज्वाला को करते हृदयंगम;
वसुधा के जड़ अंतर में भी, बंदी है तापों की हलचल!
बिखर-बिखर मेरे दीपक जल!

मेरे निश्वासों से दुततर,
सुभग न तू बुझने का भय कर,
मैं अँचल की ओट किए हूँ, अपनी मृदु पलकों से चंचल!
सहज-सहज मेरे दीपक जल!

सीमा ही लघुता का बंधन,
है अनादि तू मत घड़ियाँ गिन,
मैं दृग के अक्षय कोशों से तुझमें भरती हूँ आँसू-जल!
सजल-सजल मेरे दीपक जल!

तम असीम तेरा प्रकाश चिर,
खेलेंगे नव खेल निरंतर,
तम के अणु-अणु में विद्युत-सा अमिट चित्र अंकित करता चल!
सरल-सरल मेरे दीपक जल!

तू जल जल होता जितना क्षय,
वह समीप आता छलनामय,
मधुर मिलन में मिट जाना तू उसकी उज्जवल स्मित में घुल-खिल!
मदिर-मदिर मेरे दीपक जल!

-महादेवी वर्मा

 

इस सप्ताह
  दीपावली के अवसर पर

दीपों के प्रति असीम स्नेह रखने वाली महादेवी वर्मा के 20 दीप-गीत-

क्या जलने की रीत
क्या न तुमने दीप बाला

किसी का दीप निष्ठुर हूँ
जब यह दीप थके तब आना
जीवन दीप
तम में बनकर दीप
दीप
दीप कहीं सोता है
दीप जगा ले
दीप तेरा दामिनी
दीप मन
दीप मेरे जल अकंपित
दीप सी मैं
दीपक अब रजनी जाती रे
दीपक चितेरा
दीपक पर पतंग
बुझे दीपक जला लूँ
मेरे दीपक
यह मंदिर का दीप
सजनि दीपक बार ले

नई रचनाओं में-
साथ ही हरिहर झा, सजीवन मयंक, गौरव ग्रोवर, हरि बिंदल, देवी नांगरानी, अरविंद चौहान, डॉ. सरस्वती माथुर, राजश्री, डॉ. आदित्य शुक्ल, रामेश्वर दयाल कांबोज हिमांशु और मीनाक्षी धन्वंतरि की नई दीपावली रचनाएँ

 

पिछले सप्ताह

दीपावली विशेषांक में-
 

मैथिली शरण गुप्त
डॉ. राम सनेही लाल शर्मा `यायावर'
डॉ. जगदीश व्योम
पूर्णिमा वर्मन
महेंद्र भटनागर
डॉ. मधु संधु
शोभा महेंद्रू
राधेश्याम
सजीवन मयंक
वीरेंद्र जैन
भावना कुंअर
सरदार कल्याण सिंह
शास्त्री नित्यगोपाल कटारे
असीम नाथ त्रिपाठी

संकलन में-

  ज्योति पर्व
  शुभ दीपावली
अन्य पुराने अंक

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