अनुभूति में
रेखा राजवंशी की रचनाएँ ?
नई रचनाओं में-
अपनों की याद
दर्द के पैबंद
पिता
माँ दो कविताएँ
वक्त के पैबंद
छंदमुक्त में?
कंगारुओं के देश से
जिंदगी छलने लगी
ढूँढ रही हूँ चंदन
दोस्ती
पिघलता अस्तित्व
बचपन के दिन
बदलाव
भाई को चिट्ठी
विदेश में भारत
सफर एक औरत का
संदूक
छोटी कविताओं
में?
संगति
कैक्टस
रोको मत
लक्ष्मी
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laxmaI
dIvaalaI kI pUjaa maoM
faokTrama jaI nao
gauhar lagaa[-
"laxmaI kba duK hraogaI
laxmaI kba dSa-na daogaI"
pD,aosaI kI laD,kI
laxmaI nao turnt pukar lagaa[-
"jaba tuma kraoD,pit
bana jaaAaogao"
1 ma[- 2006
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