अनुभूति में
अमित कुमार सिंह की रचनाएँ—
नई कविताएँ-
ट्रैफ़िक जाम
चेहरे पर
चेहरा
ज़िंदगी ऐसे जियो
धूम्रपान - एक कठिन काम
नारी समानता - एक परिवर्तन
नेता और नरक का द्वार
प्रकृति-प्रदूषण-कलाकार
भूत
हास्य
व्यंग्य में-
इंतज़ार
कौन महान
कविताओं में-
अंधकार
कौन है बूढ़ा
दीप प्रकाश
नव वर्ष का संदेश
नादान मनुष्य
परदेशी सवेरा
फ़र्ज़ तुम्हारा
भूख
मशहूर
माँ
माटी की गंध
मेरे देश के नौजवानों
यमराज का इस्तीफ़ा
रोज़ हमेशा खुश रहो
विवाह |
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विवाह
विवाह एक सुंदर शब्द
एक मिठास भरी आवाज़
एक पवित्र बंधन
एक मधुर धुन
एक चंचल चाहत
एक प्यारा मिलन
एक संपूर्णता का अहसास
एक ज़िम्मेदार पहल
एक सामाजिकता का आवरण
एक सभ्यता का उदय
एक नवजीवन का सृजन
एक दूसरे के सुख का ख्याल
एक अपनेपन की भावना
एक जन्मों-जनमों का साथ
एक सादगी अनोखी सहजता
एक सुखद अहसास
एक समझदारी भरा निर्णय
एक आगे बढ़ने की ललक
एक सुंदर भविष्य की झलक
एक फूलों का बंधन
एक इंतज़ार की आहट
एक आकाश को छूने की चाहत
एक ग़ज़ब का आत्मविश्वास
एक मुश्किलों से लड़ने की ताकत
एक जादू भरा शब्द
जिसका ख्याल आए हर वक्त
एक पावन प्यार भरी पहल
विवाह को अपना कर
जीवन को बना ए मित्र
'अमित' तू भी सफल।।
24 जनवरी 2007
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