क्या लिखते हो
क्या लिखते हो छंदू जी
रोटी- भूख सच दो टूक
हारेगा जो,
हारेगा
जीतेगा जो,
जीतेगा
वक्त इसी तरह बीतेगा
हम वो दर्शक बैठे मूक
खबर यही है
ताजा अब
कौवे सुर के
राजा अब
सी डाले कोयल ने लब
भूली अपनी मीठी कूक
महँगी दालें
सस्ता टीवी
तनखा को भी
कोसे बीवी
सरकारी ही ही ही ही
ढूँढो बेटा किसकी चूक
१ अक्टूबर २०२३
३० जून २०१४
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