चिड़िया की पलकों
में उड़ना सीख रही
उस चिड़िया की पलकों में
आकाश के संग ही
सिमटते जा रहे हैं
अक्षर भी
जिनको बिखेर देगी वह
बीजों की तरह
चारों तरफ
चिन्ता नहीं है उसे
गिद्धों के क्रोध की
हालाँकि ताड़ने लगी है
उसकी नज़रें
हवा की बदलती दिशा के सामने
असहाय
कुछ खुसट पेड़
परेशान हैं कि
रंग बिरंगे सपनों के बजाय
काले काले अक्षर
क्यों भाने लगे हैं
चिड़िया की पलकों को
दुनिया भर में
समाचार बन चुका है
चिड़िया और अक्षरों के बीच
गहराता सम्बन्ध |