अश्विन
गांधी
जन्म : उन्नीसौ
छियालिस साल की नवम्बर माह की आठ तारीख, हिंदुस्तान में,
गुजरात के अमरेली नामक एक शहर में।
शिक्षा : बचपन और शुरू की शिक्षा मुम्बई में। 'तत्वज्ञान
विद्यापीठ' में एक साल, 'इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग' मुम्बई
युनिवर्सिटी से। पोस्टग्रेज्युएट पढ़ाई अमेरिका में, 'ऑपरेशन्स
रिसर्च' और 'कम्प्यूटर साइन्स' के विषयों में।
कार्यक्षेत्र : १९७२ से विदेश में, कार्य जीवन का प्रारंभ
फ्लोरिडा में 'केनेडी स्पेस सेंटर' के साथ, फिर टोरोंटो, कनेडा
में 'हनीवेल' से होते हुए १९८३ से केलोवना, ब्रिटिश कोलंबिया,
कैनेडा में, ओकनागन युनिवर्सिटी कालेज में कम्प्यूटर साइंस
प्रोफेसर के रूप में।
संप्रति-
सेवानिवृत्ति के बाद स्वतंत्र लेखन।
अपने बारे में अश्विन का कहना है — "बचपन से महसूस हुआ,
भावनाओं से भरे हृदय में उठती हुई लहरों का, और चाहत रही
शब्दों में ढालने की। जीवन के रहस्य समझने में दार्शनिकता बनी
रही। जीवन सफर की अनुभूतियाँ शब्दित कर रहे हैं, 'अभिव्यक्ति'
और 'अनुभूति' के सहारे।"
अश्विन गांधी पिछले कुछ वर्षों से नियमित रूप से लिखते रहे
हैं। अपने को 'दूर का राही' मानने वाले अश्विन की
वेबसाईट पता है
www.doorkarahi.com
ईमेल-
doorkarahi@doorkarahi.com
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अनुभूति में
अश्विन गांधी की कविताएँ-
नई रचनाओं में-
दर्द
धड़कता दिल
परेशां मत होना
मेरी माँ
ये जीवन है
हमको कहते हैं कौल सेंटर
छंदमुक्त में-
अपनी खुशी के लिये
अनुभूति एक साल की
ओ अनुभूति! जनमदिन मुबारक तुझे
कारवाँ
कोई आता नहीं
खुशी और दर्द
बुढ़ापा
मध्य समंदर
मुझे कुछ कहना है
अनुभूति
तुम्हारी हो या हमारी
मेरा दोस्त मेरा आसमाँ
सूरज ढलता है
संकलन में-
वसंती हवा –
गीत वसंत के
धूप के पांव –
गरमी
गांव में अलाव –
आज सुबह
गुच्छे भर अमलतास–सोचता
हूँ
पिता की तस्वीर–
शिवास्ते पंथानः सन्तु
ज्योति पर्व–
एक दिया जले
–
कोटि कोटि दीप जलें
नया साल–
नया साल आने को है
ममतामयी–
माँ प्यारी माँ
क्षणिकाओं में-
पतंग
आँखों से
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