नेपथ्य का खेल नहीं नज़र आते हैं
तुमको
गुप्त इशारे उँगली के
तुम तो केवल खेल देखते
रहते हो कठपुतली के
मगन खेल में, तुम्हें पता
क्या
किसको कौन नचाता है
वही देखते रहते हो जो
खेल सामने आता है
परदे के रंग, रंगे हुए हैं
अनगिन धागे सुतली के
नहीं नज़र आते हैं तुमको
गुप्त इशारे उँगली के
तुम तो केवल खेल देखते
रहते हो कठपुतली के
२ मार्च २००९
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