उत्सव नव वर्ष का
पत्र व्यवहार का पता

अभिव्यक्ति तुक-कोश

३०. १२. २०१५

अंजुमन उपहार काव्य संगम गीत गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति
कुण्डलिया हाइकु अभिव्यक्ति हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर नवगीत की पाठशाला रचनाकारों से

 

लौट आओ   नये साल में

 

111

लौट आओ धूप की किरणों
दिसंबर जा रहा है

शुभ लगन में शुभ घड़ी है
साल की अंतिम विदा है
आगमन नववर्ष का
कल्याणकारी ही सदा है

भूल कर शिकवे गिले सारे
गगन भी गा रहा है

कुछ नयी सौगात लेकर
द्वार पर मंगल खड़ा है
कर्ममय या धर्ममय हो
साधना का पथ बड़ा है

सूर्य का रथ फिर नया
प्रतिमान गढ़ने आ रहा है

क्रान्तियाँ भी हैं मगर
प्रतिकूलता निस्तेजना भी
ये मनुज के वंश की है
अनकही-सी वंचना भी

रश्मियों की रौशनी से पर
तमस घबरा रहा है

- रंजना गुप्ता
  बोझ बढ़ते हुये झुकती जाती कमर
पड़ते घठ्ठे वही खाल में।
है नया क्या नये साल में!

खुशबू रोटी की
चूल्हे से नाराज है
दूर मुँह से डकारों
की आवाज है
ओढ़कर सिसकियाँ सोतीं भूखें वही
झाँक खाली पड़े थाल में।

आश्वासन वही
थोथे आकाश के
मेघ झूठे गरजते
हुये आस के
दिन ब दिन सूद पर सूद चढ़ता वही
दिन घिसटते फटेहाल में।

बजती नेपथ्य में
चैन की बाँसुरी
खिलखिलाती हुई
वृत्तियाँ आसुरी
छेंक कर ताल-तट बैठे मछुये वही
मछली फँसती हुई जाल में।

- कृष्ण नन्दन मौर्य
उत्सव नव वर्ष का

गीतों में-

bullet

अनिलकुमार वर्मा

bullet

अश्विनीकुमार विष्णु

bullet

आकुल

bullet

उमाप्रसाद लोधी

bullet

कृष्ण नन्दन मौर्य

bullet

निर्मल शुक्ल

bullet

डॉ. प्रदीप शुक्ल

bullet

पद्मा मिश्रा

bullet

प्रणव भारती

bullet

ब्रजनाथ श्रीवास्तव

bullet

रंजना गुप्ता

bullet

रावेंद्रकुमार रवि

bullet

शैलेश वीर

bullet

सीमा अग्रवाल

bullet

सौरभ पाण्डेय

छंदों में-

bullet

अशोक कुमार रक्ताले

bullet

ज्योतिर्मयी पंत

bullet

टीकमचंद ढोडरिया

bullet

रघुविन्द्र यादव

bullet

--त्

bullet

-त्र

अंजुमन में-

bullet

कल्पना रामानी

bullet

सुरेन्द्रपाल वैद्य

bullet

-

bullet

-त्र

छंदमुक्त में-

bullet

अमृता प्रीतम

bullet

उमेश मौर्य

bullet

जयप्रकाश मानस

bullet

-

bullet

-त्र

अंजुमनउपहार काव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंकसंकलनहाइकु
अभिव्यक्तिहास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतरनवगीत की पाठशाला

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है।

Google
Loading
प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन¸ कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन

सहयोग :
कल्पना रामानी