शैल अग्रवाल
जन्म- २१
जनवरी १९४७, वाराणसी में।
शिक्षा-
अभी भी जारी। यों पहले कभी बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय
से प्रथम श्रेणी में आनर्स के साथ स्नातक संस्कृत,
चित्रकला व अँग्रेजी साहित्य में और स्नातकोत्तर उपाधि अँग्रेजी
साहित्य में।
कार्यक्षेत्र-
१९६८ से आज तक सपरिवार भारत से दूर इंग्लैंड में, स्वाध्यायरत
प्रिय विषयः जीवन–मृत्यु व अन्तराल का सबकुछ।
अदम्य जिज्ञासाः उसके बाद क्या?
एकांत में शब्दों, रंगों और स्वरलहरी में डूबना प्रिय, लिखने
का शौक बचपन से, हिन्दी और अँग्रेजी में निरंतर लेखन पिछले
चन्द वर्षोंसे।
प्रकाशित कृतियाँ-
कहानी–संग्रह, 'ध्रुव–तारा'
कविता–संग्रह 'समिधा' व 'नेति–नेति'
इसके अतिरिक्त कविता, कहानी, लेख व नाटक चन्द पत्रिकाओं और
संकलनों में, कुछ रेडियो पर भी।
ईमेल-
shailagrawal@hotmail.com
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अनुभूति में
शैल अग्रवाल की रचनाएँ-
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छंदमुक्त में-
अतीत के खज़ानों से
अभिनंदन
अशांत
आदमी और किताब
उलझन
एक और सच
एक मौका
ऐसे ही
किरक
कोहरा
खुदगर्ज़
जंगल
नारी
देखो ना
नेति नेति
बूँद बूँद
मिटते निशान
ये पेड़
लहरें
सपना
अभी भी
हाइकू में
दोस्त,
योंही,
आज
फिर,
जीवन,
आँसू
संकलन में-
गाँव में अलाव–धुंध
में
शुभकामनाएँ–पिचकारी
यह
होली –
होली हाइकू
गुच्छे भर अमलतास–
आई पगली
–
कटघरे में
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मुस्कान
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ममता
पिता की तस्वीर–
बिछुड़ते समय
ज्योति पर्व–
तमसो मा ज्योतिर्गमय
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दिया और बाती
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धूमिल रेखा
जग का मेला–
चार शिशुगीत
ममतामयी– माँ :
दो क्षणिकाएँ
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