राजेन्द्र वर्मा
जन्म- ८
मार्च १९५५ को बाराबंकी, उ.प्र. में।
शिक्षा- विधि स्नातक
कार्यक्षेत्र- भारतीय स्टेट बैंक की प्रशासनिक सेवा के
साथ-साथ लेखन। लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा रचनाकार की
साहित्यिक साधना पर एम.फिल संपन्न।
कई शोधग्रंथों में संदर्भित, कुछ लघुकथाओं और ग़ज़लों का
पंजाबी में अनुवाद।
प्रकाशित कृतियाँ-
गीत, ग़ज़ल, दोहा, हाइकु, लघुकथा, व्यंग्य व निबंध विधाओं
में पंद्रह पुस्तकें प्रकाशित साथ ही अनेक महत्वपूर्ण
संकलनों में सम्मिलित। वेब पर
उपस्थिति-
राजेन्द्र वर्मा का ब्लॉग।
सम्मान व पुरस्कार-
उ.प्र.हिंदी संस्थान के व्यंग्य एवं निबंध नामित
पुरस्कारों सहित देश की अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित।
संप्रति- भारतीय स्टेट बैंक में मुख्य प्रबन्धक के पद से
सेवानिवृत्ति के बाद स्वतन्त्र लेखन।
ईमेल-
rajendrapverma@gmail.com
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अनुभूति में राजेन्द्र वर्मा की
रचनाएँ-
नयी रचनाओं
में-
आत्मश्लाघा से
लबालब
दृष्टि से ओझल रहा
प्रेम-ही-प्रेम
पौध रोपी
ये जो वाटिकाएँ बँटी हुईं
नये दोहों
में-
दिखे
सूर्य गतिमान
अंजुमन
में-
प्रार्थना ही प्रार्थना
प्रेम का पुष्प
माँ गुनगुनाती है
सत्य निष्ठा के सतत अभ्यास
हम निकटतम हुए
गीतों में-
आँसुओं का कौन ग्राहक
करें तो क्या करें
कागज की नाव
कैसा यह जीवन
जादूगरनी
दिल्ली का ढब
बेच रहा हूँ चने कुरमुरे
बैताल
मेरे बस का नहीं
रौशन बहुत माहौल
सच की कौन सुने
दोहों
में-
खनक उठी तलवार
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