जब भी कोई कहानी
लिखना
जब भी कोई कहानी लिखना
भर के आँख में पानी लिखना
नफ़रत दूर तलक मिलती है
मुश्किल प्यार की बानी लिखना
कैसा आज लगा प्रिय तुमको
दुख को शाम सुहानी लिखना
माना वक्त नया है लेकिन
कोई बात पुरानी लिखना
मेरे गीत-गज़ल को लोगों
मेरी कोई निशानी लिखना
जिसने प्यार दिया दुनियाँ को
उसको सच्चा ज्ञानी लिखना
अबकी बार 'उषा' तुम खत में
अपने नाम के मानी लिखना |