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उषा राजे

उषा राजे ब्रिटेन की एक मात्र साहित्यिक हिंदी त्रैमासिक पत्रिका 'पुरवाई' की सह-संपादिका तथा हिन्दी समिति यू.के. की उपाध्यक्षा है। तीन दशक तक आप ब्रिटेन के बॉरो ऑफ मर्टन की शैक्षिक संस्थाओं में विभिन्न पदों पर कार्यरत रही हैं। आपने बॉरो ऑफ मर्टन के पाठ्यक्रम का हिन्दी अनुवाद भी किया है।

प्रमुख कृतियाँ
काव्य-संग्रह:
'विश्वास की रजत सीपियाँ,
' 'इन्द्रधनुष की तलाश में'।

ईमेल- kblsaxena@hotmail.com

विस्तार में:

 

अनुभूति में उषा राजे सक्सेना की रचनाएँ-

कविताओं में
अस्तित्व की पहचान
इंद्रधनुष
गीत
पदचिह्न
पुनर्जनम
लंदन का वसंत
सर्मपण
यात्रा का आरंभ

अंजुमन में-
जब भी कोई कहानी लिखना
ज़िन्दगी को स्वार्थ का
प्यार में भी कहीं
परिंदा याद का
फ़िज़ाँ का रंग
रात भर काला धुआँ

संकलन में-
ज्योति पर्व-दीपावली के आलोक मे
आशा के दीप
आलोक पर्व

 

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अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

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