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अनगढ़ पत्थर
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एक मौत ही साम्यवादी है
गुंजाइशों का दूसरा नाम
बदन पर सिंकती रोटियाँ
बुरका
भूख लत है

रौशनदान
शहर में चाँदनी
हाँफ रही है पूँजी

 

कॉमरेड की मौत

आज लाल चौक पर
चुपचाप सोया है
अक्टूबर क्रांति का शेर

तटस्थ है
प्रतिवाद नहीं करता
क्रांति की बातें भी नहीं

इस तरह हो जाती है
एक कॉमरेड की मौत
जब वह
चुप रहता है
तटस्थ रहता है
प्रतिवाद नहीं करता
क्रांति की बातें भी नहीं

१ नवंबर २०१७

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अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

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