अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

अनुभूति में शैलेन्द्र चौहान की
रचनाएँ -

नई कविताएँ-
आदिवासी
प्रणय रत
फफूँद
महाकाल
सम्मोहन

कविताओं में-

आषाढ़ बीतने पर
एक घटना
एक वृत्तचित्र: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व-संध्या पर
क्या हम नहीं कर सकते कुछ भी
कबीर बड़
काँपते हुए
कोंडबा
चिड़िया और कवि
जघन्यतम
जीवन संगिनी

तबादला
थार का जीवट
पतंग आकाश में
भद्रावती
मूर्ख
लैंडस्केप
लोअर परेल
शब्द नहीं झरते
स्त्री प्रश्न
सुबह के भूले

संकलन में
गुच्छे भर अमलतास-मरुधरा
                -आतप
                -विरक्ति

  आदिवासी

स्नायुतंत्र में
प्रविष्ट हो चुकी
शोधित वायु

मस्तिष्क, धमनियाँ
शिराएँ, कोशिकाएँ
सचेत

चौतरफा चिल्ल-पों
जर्जर होते ही शरीर
फूल गया
गुब्बारे सा
हीलियम नहीं

भरी
कार्बन डाइ ऑक्साइड

तड़कता हाड़-माँस
भयानक पीड़ा मन में
अच्छी सेहत को
दरकार संसाधन,

औषधि
अति महंगी

कपूर और लौंग बाँध
हाथों में
दूर भगाते
चिकनगुन्या,
मलेरिया, डेंगू

विपन्न भील
मालवा, निमाड़ के


२८ जून २०१०

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter