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पतंग आकाश में
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स्त्री प्रश्न
सुबह के भूले

संकलन में
गुच्छे भर अमलतास-मरुधरा
                -आतप
                -विरक्ति

  जघन्यतम

हवा में
चित्राकृतियाँ विचित्र
तीव्र
ध्वनि तरंगें
मस्तिष्क में
समरूपी रसायन वह
मनुष्य!
हवा...
हवा!
मनुष्य...
हवा!
प्रहारी...
हवा!
शिकारी...
हवा!
कटारी
चित्राकृतियाँ
नराधम नरपिशाचों की
अबोध वध
कितने बाल कंकाल
विरूपी रसायन
लीपा पोती इंटेलीजेंस
निठारी!
निठारी!
निठारी!

२ जून २००८

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अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

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