बाज़ार चल रहा है
बोली लगा रहे हैं, बाज़ार चल रहा है
हर सू इबादतों का व्यौपार चल रहा है
कुछ तोड़ने में माहिर कुछ टूटने को ज़िंदा
ये खेल है पुराना संसार चल रहा है
हम कत्ल हो चुके हैं दम छूटता नहीं है
क़ातिल है खूबसूरत दीदार चल रहा है
महफ़िल में आज दोनों ख़ामोश हैं, मगर कुछ
इस पार चल रहा है उस पार चल रहा है
'तनहा' की अंजुमन में आवाज़ कहकहों की
लगता है हादसों का तेहवार चल रहा है
१६ जुलाई २००६
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