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मुर्गा हुआ हलाल
मुर्गा हुआ हलाल, कि भैया जय बोलो
कितना ताज़ा माल, कि भैया जय बोलो
बस्ती सारी जल कर पल में राख हुई
किसने किया कमाल कि भैया जय बोलो
सबको अपनी ही चिन्ता, सब फेंक रहे
अपने-अपने जाल, कि भैया जय बोलो
छंटे हुये सब, सरकारों में चले गये
गलती सबकी दाल, कि भैया जय बोलो
फूँक-फूँक कर पाँव, रखें हम सीधे लोग
उनकी तिरछी चाल, कि भैया जय बोलो
१ अक्तूबर २०१८
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