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कुछ तो करो कमाल
कुछ तो करो कमाल, नया साल आ गया।
मिट जायें सब मलाल, नया साल आ गया।
भूखा न कोई सोये, न प्यासा रहे कोई,
पड़ने न दो अकाल, नया साल आ गया।
ख़ुशहाल हो ये देश, हमारा सभी तरह,
हो जाये माला-माल, नया साल आ गया।
छायें घटायें चारों, तरफ़ आसमान में,
भर जायें सब ही ताल, नया साल आ गया।
दिल में न रंजिशें हों, रहें मिल के हम सभी,
कोई चलें न चाल, नया साल आ गया।
बहरी सियासतें हैं, तो अंधा है न्याय भी,
किस से करें सवाल, नया साल आ गया।
दंगे–फ़साद ख़ून–ख़राबे हैं हर तरफ़,
अब अम्न हो बहाल, नया साल आ गया।
१० जून २०१३
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