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इस बच्चे को देखो
इस बच्चे को देखो, यह ही
नवयुग लायेगा
संबंधों में मौन शिखर पर
बंद हुए संवाद
मौलिकता गुम हुई कहीं अब
हावी हैं अनुवाद
घुप्प अँधेरे में आशा की
किरण जगायेगा
घुटन भरा हर पल लगता ज्यों
मुड़ा-तुड़ा अख़बार
अपनों के अपनेपन में भी
शामिल है व्यापर
नयी तरह से यह उलझी
गुत्थी सुलझाएगा
सोच नई है, दिशा नई है,
नया-नया उत्साह
खोज रहा है नभ में प्रतिदिन
उजले कल की राह
यह भविष्य में एक नया
इतिहास बनाएगा
२४ फरवरी २०१४ |