अनुभूति में
ज़्देन्येक वाग्नेर
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दो
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आवाज
आज बड़ी दूरी से
आवाज़ आ रही है।
चमकीले सितारे
मुझसे बताती है
कि बड़ी दूरी में
तेरा हाथ रहता है।
आज बड़ी दूरी से
नूर-ए-चाँद चलता है
और इसी दूरी में
तेरा दिल सोता है।
२७ दिसंबर २०१० |