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कविता सी कुछ
असान नहीं है कविताएँ लिख पाना
क्योंकि असान नहीं है
स्वार्थता, आत्ममुग्धता
और आतुरता को सयंमित कर पाना
ख़ुद के जीवन और जीवन की विडम्बनाओं से बहार निकल
किसी और के भावसंसार में झाँकना
असान नहीं है
रेत में पानी और सीपियों में प्रेम तलाशना
उदंडता, अधीरता और उदिग्नता में
शांति और सौहार्द की प्रतीक्षा करना
असान नहीं है कविताएँ लिखना
१५ जनवरी २०१६
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