|  | शब्द तुम..? शब्द तुमकहाँ चले गए
 पता ही नहीं चला
 आधी रात के बाद
 कहाँ गायब हो गए
 जाने कौन से दरवाज़ेतुम्हारे लिए खुलते हैं
 और,
 जाने किस घर में
 अब तुम दस्तक देते हो
 तरह-तरह के स्वांग
 रचाने लगे हो
 कब तक यों ही,
 छलते रहोगे मुझे तुम
 अब तो मैं,
 तुम्हारी उम्र का हो गया हूँ
 ५ अक्तूबर २००९ |