तुम से मिलकर
तुम से मिलकर
जिंदगी को
मायना मिल गया है
खुद को देखा
पास से यों
आईना मिल गया है
खो गए थे
सुर हमारे
रंग फीके
हो गए थे
पंख जैसे
थक गए थे
ख्वाब सारे
सो गए थे
साँस में भी
कुछ कमी थी
आँख में भी
कुछ नमी थी
नर्म-सी एक
खुशबू-सी
कर गई है
जादू-सी
धूप बन कर
छा गई हो
पास ऐसे
आ गई हो
मंज़िलें हैं
दूर पर अब
रास्ता मिल गया है
तुम से मिलकर
जिंदगी को
मायना मिल गया है |