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ज़िन्दगी
ज़िन्दगी गीत है, एक संगीत है,
सुर कोई सा लगे इसको गा लीजिए।
न कोई प्रश्न है, ज़िन्दगी जश्न है,
जब भी मौका मिले तो मना लीजिए।
प्यार औरों को दें, प्यार औरों
से लें,
सौदा सस्ता खरा है पटा लीजिए।
ज़िन्दगी जब वतन तुमसे माँगे अगर
कुछ न सोचो न समझो लुटा दीजिए।
ज़िन्दगी चंद साँसों की माला भी
है,
ज़िन्दगी मौत का इक निवाला भी है,
आस है ज़िन्दगी, प्यास है ज़िन्दगी,
जितनी बढ़ती है इसको बढ़ा लीजिए।
ज़िन्दगी को किसी ने गुरु कह
दिया
ज़िन्दगी तो स्वयं पाठशाला भी है।
तन से है ज़िन्दगी, मन से है ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी एक धन है बचा लीजिए। |