श्रीकृष्ण
माखीजा
शिकारपुर
सिंध (इस समय पाकिस्तान) में जन्म। जयपुर और मुंबई में बचपन
बीता। हिन्दी माध्यम से पढ़ाई होने और संगीत में रुचि होने के
कारण गीत रचना में विशेष रुचि। १९८७ में लॉस एँजेल्स आने के
बाद जानम सी डी के गाने पहले से तैयार संगीत पर लिखे जो १९९७
में लॉस एंजेल्स में रेकॉर्ड हुए थे। १९९९ में मुंबई में आठ
गीतों का एक सी डी 'चाँद से बातें' देवकी पंडित की आवाज में
रेकार्ड किया।
श्रीकृष्ण माखीजा ने लगभग हर विषय और मूड पर गीत लिखे हैं।
उनका कहना है कि गीत मन की भावनाओं को व्यक्त करने का
सर्वोत्तम माध्यम हैं।
ई मेल-
:shrimak2000@yahoo.com
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अनुभूति में
श्रीकृष्ण माखीजा की
रचनाएँ—
अंजुमन में-
ऐसा क्यों
ज़िन्दग़ी के फासले
ज़िन्दग़ी ख्वाब
जी रहा है आदमी
टावर पर प्रहार
कल क्या हो
ज़िन्दग़ी नाच रही
गीतों में-
क्या बताऊँ मैं तुम्हें
जिन्दगी एक जुआ
ज़िन्दग़ी के ग़म
हसीन राहों में
संकलन में—
ज्योति पर्व–
दो दीप
दिये जलाओ–
आज खुशी से
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