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अरुण मित्तल अद्भुत

जन्म- २१ फ़रवरी १९८५ को चरखी दादरी में।

शिक्षा- एम. बी. ए., एम. फिल., पी. एच. डी. (शोधार्थी)।
कार्यक्षेत्र प्रवक्ता, (प्रबंध), बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान (डीम्ड विश्वविद्यालय) ।

प्रकाशित रचनाएँ-
विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में २०० से अधिक कविताएँ, लेख, लघुकथाएँ, कहानियाँ आदि प्रकाशित। साहित्य के अतिरिक्त प्रबंध विषय से संबंधित विषयों पर शोध कार्य करना एवं अंतरजाल पर प्रबंध से संबंधित सामग्री तलाश करना। इंटरनेट पत्रिका रचनाकार में १० कविताएँ एवं २ लेख प्रकाशित,  हिन्दी छंद एवं गज़ल व्याकरण मे विशेष निपुणता,  मुख्यत छंदबद्ध कविताओं का लेखन।  आकाशवाणी रोहतक एवं जैन टी वी से काव्य पाठ।

सम्मान-पुरस्कार
चरखी दादरी अग्रवाल सभा द्वारा 'दादरी अग्रकुल गौरव' से सम्मानित,  लॉयंस क्लब, भिवानी द्वारा 'साधना सम्मान', मानव कल्याण संघ, चरखी दादरी द्वारा 'साहित्य सेवी
सम्मान'। दिल्ली प्रेस द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित 'युवा कहानी प्रतियोगिता-२००५' में कहानी 'ग़लतफ़हमी' को द्वितीय पुरस्कार इत्यादि।

ईमेल- adbhut_arun@yahoo.co.in

 

अनुभूति में अरुण मित्तल अद्भुत की रचनाएँ-

नई रचनाएँ-
उलझे उलझे अपने रिश्ते
ऊपर से सख़्तजान
तय सफ़र कुछ यों भी करना
देख सारे हिसाब
मुझमें इतने खोए आँसू
रौशनी का जब कभी आभास
वो धोखा दे गया
 

अंजुमन में--
अंधेरों में चमकता
कौन समझेगा
खुद से मिलकर
जो उजालों मे
तुम्हें झूठ से बहलाने में
सिर्फ और सिर्फ

हिसाब मत देना
 

 


 

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