निर्मला साधना
जन्म- २२
फरवरी, १९३० को प्रयाग (इलाहबाद) में
शिक्षा- एम.ए. (आंग्लभाषा), विदुषी, सरस्वती (प्रयाग विद्या
पीठ) बी.ए. (हिन्दी)
अनुष्ठान-’अनछुई छुअन‘ प्रकाशित, स्फुट रचनाएँ विभिन्न
पत्रिकाओं में यथा साप्ताहिक हिन्दुस्तान, धर्मयुग, वासन्ती
इन्दु, पनघट, हिन्दी कवियत्रियों के प्रेम गीत नीरज द्वारा
सम्पादित और सरगम (राम गोपाल परदेसी) ’प्रकाश‘ में सर्वप्रथम
रचना १९४८ में पलभर थमो (प्रगति पथ पर अनेक साहित्यिक संस्थाओं
द्वारा एकल काव्यपाठ एवं सम्मान।
|
|
अनुभूति में निर्मला
साधना
की
रचनाएँ-
गीतों में-
अतीत के ताने-बाने
दोष कहाँ संयम का इसमें
पूछ रे मत कौन हूँ मैं
मत उठाओ उँगलियाँ अब
संख्यातीत क्षणों में
साँसें शिथिल हुई जाती हैं
क्षोभ नहीं पीड़ा ढोयी है |