जन गण मन के अधिनायक
कौन हो तुम?
जन गण मन के अधिनायक
कहाँ रहते हो?
मैं तुम्हारी जय कहना चाहता हूँ
बरसों से हूँ मैं तुम्हारी खोज में
तुम शून्य हो या हो सर्वव्यापी
ईश्वर की तरह
कौन हो तुम?
तुम भारत भूमि तो नहीं
भारत तो माता है
माता कभी अधिनायक तो नहीं होती
तुम हो भारत भाग्य विधाता
फिर बदला क्यों नहीं भारत का भाग्य
भारत के भाग्य का ऐसा क्यों लिखा विधान
कैसे विधाता हो?
तुम्हारा स्वरुप तुम्हारी प्रकृति कैसी है?
मैं तुम्हारी जय कहना चाहता हूँ
मन मथ रहा है
३ नवंबर २०१४ |