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जादू टोना फूँक गया
रंग होली वाला
शहर शहर गुजरीं-
गाँव तक बहीं उमंग की नदियाँ
गली गली में
शोर उठ रहा गूँज रहीं ढोलकियाँ
बौछारों में डूब रहे हैं
सुबह, शाम, दुपहरियाँ
घट
गुलाल का फूट गया
रंग होली वाला
फूल फूल निखरीं
बसंत की झूल गयी गलबहियाँ
सोना सोना धूप
कर रही गुप-चुप मीठी बतियाँ
हरियाली से झाँक रही हैं
नरम नरम पंखुरियाँ
पिक अलबेला कूक गया
रंग होली
वाला
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पूर्णिमा वर्मन |