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कृष्ण कुमार
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मरा हुआ बच्चा
वह कोस रही है
अपनी कोख को
जिसने एक मरे हुए बच्चे
को जन्म दिया
कितने सपने देखे थे उसने
अपने प्रथम शिशु को लेकर
पर उसे क्या पता
उसका नवजात शिशु
चंद पैसों की आड़ में
किसी अमीर दंपत्ति को
बेचा जा चुका है
उनका मरा हुआ बच्चा
उसकी बगल में
लिटा दिया गया
पर दु:ख तो यह है
संवेदनाओं की ऐसी घृणित हत्या
उन लोगों ने रची
जिन पर उसने विश्वास किया
जिन्हें ईश्वर के बाद
दूसरा जीवन रक्षक माना।
२१ अप्रैल २००८
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