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डॉ हरीश निगम

जन्मः ३१ जुलाई १९५५, (मैहर, जिला सतना)।

शिक्षाः एम. एस-सी. (रसायन शास्त्र), एम.ए. (समाजशास्त्र), पी-एच.डी.

प्रकाशनः दो नवनीत संग्रह ''होंठ नीले धूप में'' एवं ''अक्षर भर छाँव'', एक कहानी संग्रह ''हरापन नहीं लौटेगा'', एक बाल गीत संग्रह ''टिंकू बंदर'' तथा एक बाल कथा ''मिक्कू जी की लंबी दुम'' प्रकाशित। नवगीत अर्धशती, ''यात्रा में साथ-साथ'', ''गीत और गीत'', ''बीसवीं शताब्दी'', ''गज़लपुर'', ''चुने हुए बालगीत'' आदि अनेक सहयोगी संकलनों में नवगीत ग़ज़लें, बाल कविताएँ संग्रहीत।

भारत की लगभग सभी प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं- ''धर्मयुग'', ''साप्ताहिक हिंदुस्तान'', ''कादंबिनी'', ''रविवार'', ''आजकल'', ''नवनीत'', ''नया ज्ञानोदय'', ''मधुमती'', ''सरिता'', ''मुक्ता'', ''चंपक'', ''मनोरमा'', ''मेरी सहेली'', ''नंदन'', ''गृहशोभा'', ''आउटलुक'', ''सीनियर इंडिया'', ''पराग'', ''बाल हंस'', ''शिखर वार्ता'', ''बाल-भारती'', ''लोटपोट'', ''सुमन सौरभ'', ''आज'', ''अमर उजाला'', ''संडेमेल'', ''स्वतंत्र भारत'', ''लोकमत'', ''ट्रिब्यून'', ''नई दुनिया'', ''नवभारत'', आदि में नवगीत, कहानियाँ, ग़ज़लें, कविताएँ, शिशु गीत, बाल कथाएँ, नाटक आदि बहुतायत से प्रकाशित।

आकाशवाणी के विभिन्न केंद्रों से नवगीतों, नाटकों एवं अन्य विविध रचनाओं का प्रसारण कहानियों पर टेली-फ़िल्म का निर्माण, एन.सी.ई.आर.टी द्वारा प्रकाशित पाठ्य पुस्तकों में रचनाएँ शामिल।

संप्रतिः प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, (समाजशास्त्र विभाग), शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सतना (म.प्र.)

 

अनुभूति में हरीश निगम
की रचनाएँ—

नए गीतों में-
दुख नदी भर
बादल लिखना
बिखरे हैं पर
फुनगियों तक बेल
मँझधार में रहे

शिशु गीतों में—
धूप की मिठाई
पंख दिला दो ना

गीतों में—
इस नगर से
ऊँघता बैठा शहर
कहाँ जाएँ
चाँदनी सिसकी
ज़िंदगी की बात

पनघटों पर धूल
शेष हैं परछाइयाँ

संकलन में—
वसंती हवा – फागुन में
ज्योतिपर्व – फुलझड़ियाँ लिख देतीं

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