हरिवंश राय
बच्चन
जन्म: १९०७ में इलाहाबाद
में।
शिक्षा: उन्होने प्रयाग विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी में
एम.ए. और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पीएच.डी. किया।
कार्यक्षेत्र: इलाहाबाद
विश्वविद्यालय में अध्यापन। बाद में भारत सरकार के विदेश
मंत्रालय में हिन्दी विशेषज्ञ रहे। अनन्तर राज्य सभा के मनोनीत
सदस्य। बच्चन जी हिन्दी के सर्वाधिक लोकप्रिय कवियों में अग्रणी
हें।
प्रमुख कृतियाँ:
मधुशाला, निशानिमन्त्रण, प्रणय पत्रिका, मधुकलश, एकांतसंगीत,
सतरंगिनी, मिलनयामिनी, बुद्ध और नाचघर, त्रिभंगिमा, आरती और
अंगारे, जाल समेटा, आकुल अंतर तथा सूत की माला।
उनकी कृति दो चट्टाने को १९६८
में हिन्दी कविता का साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मनित किया
गया था। इसी वर्ष उन्हें सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार तथा एफ्रो
एशियाई सम्मेलन के कमल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। बिड़ला
फाउन्डेशन ने उनकी आत्मकथा के लिये उन्हें सरस्वती सम्मान दिया
था।
सहजता और संवेदनशीलता उनकी
कविता का एक विशेष गुण है। यह सहजता और सरल संवेदना कवि की
अनुभूति मूलक सत्यता के कारण उपलब्ध हो सकी। बच्चन जी ने बडे
साहस, धैर्य और सच्चाई के साथ सीधी-सादी भाषा और शैली में सहज
कल्पनाशीलता और जीवन्त बिम्बों से सजाकर सँवारकर अनूठे गीत
हिन्दी को दिए।
निधन: १८ जनवरी २००३ को
मुम्बई में।
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