उसी के जन्म से
यह चमत्कार
यह आधुनिक मनुष्य चमकदार
क्या अंधेर है
कि युग युग से विचित्र विस्फोटक
जहरीले कचरे का ढेर है
जिसका आधुनिकतम अधितम अस्तित्व
हो चला है दो मुहे आतंकवाद के नाम
प्रतक्ष में गरजता वीभत्स खून खराबा
परोक्ष में निपट जड़ता अंधकार
इस अंधी सुरंग का अंत
होगा तो एक मात्र उसी के जन्म से
जो केवल एक मनुष्य होगा।
२० जुलाई २००९ |