वादों के झगड़े
समाजवाद
और मार्क्सवाद के मालिक
आपस में लड़ते रहते हैं
यह उनकी आदत बन चुका है
उसी तरह दूसरों को उपदेश देना भी
भाइयों संगठित हो जाओ
और एकजुटता से संघर्ष करो
पूँजीवाद कहता है
लड़वाओ और राज करो
ये कहते लिखते हैं
खुद लड़ते रहो
अपना अपना अहम पाले
और दुसरों के स्वाभिमान के
कंधे झुकाओ
१५ फरवरी २०१६ |