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वादों के झगड़े
सड़क पर
सुबह का चेहरा

 

फूल तोड़ने से पहले

राह चलते
कोई फूल दिखे
तो तोड़ने से पहले
कुछ देर
बस देखना जी भर के चुपचाप
झूमना लहराना खिलखिलाना उसका
फिर धीरे धीरे मुस्कुरा देना कि
तुम देख सको
फूल की मुस्कुराहट अपने भीतर
बस फिर चले जाना और
महसूस करना अपने अंदर
खिलती पंखुड़ियों को।

१ नवंबर २०१६

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