अनुभूति में नितिन जैन की रचनाएँ-
अंजुमन में-
अच्छी खबर कोई
गीत पतझड़ हुए
दूरियाँ
कम हुईं
न
चिट्ठी न पाती
रास्ते
मुश्किल बहुत
गीतों में-
अखंड है भारत देश
अश्रुओं के वेग से
एक आशा की किरण
छँट गए बादल
नेह के दीपक जलाएँ
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एक आशा की किरण
एक आशा की
किरण ले
चढ़ चला दिन बढ़ चला
ओढ़कर
कोहरे की चादर
वृक्ष चाँदी से खड़े
उस पर
सुनहरी धूप चमकी
ओस ने मोती जड़े
शृंगार कर
सारी धरा का
वो गगन में उड़ चला
उम्मीद पर
पाना विजय तो
हो हृदय आकाश जैसा
ताप बिजली वृष्टि पाले
मन में हो
विश्वास ऐसा
हौसलों की नीव पर
अपनी इमारत
गढ़ चला
११ फरवरी २०१३
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