जय राष्ट्रीय
निशान! जय राष्ट्रीय
निशान!
जय राष्ट्रीय निशान!
जय राष्ट्रीय निशान!!
लहर-लहर तू मलय पवन में,
फहर-फहर तू नील गगन में,
छहर-छहर जग के आँगन में,
सबसे उच्च महान!
सबसे उच्च महान!
जय राष्ट्रीय निशान!!
जब तक एक रक्त कण तन में,
डिगें न तिल भर अपने प्रण में,
हाहाकार मचावें रण में,
जननी की संतान
जननी की संतान!
जय राष्ट्रीय निशान!
मस्तक पर शोभित हो रोली,
बढ़े शूरवीरों की टोली,
खेलें आज मरण की होली,
बूढ़े और जवान!
बूढ़े और जवान!
जय राष्ट्रीय निशान!!
मन में दीन-दुखी को ममता,
हम में हो मरने की क्षमता,
मानव मानव में हो समता,
धनी गरीब समान
गूँजे नभ में तान
जय राष्ट्रीय निशान!!
तेरा मेरुदंड हो कर में,
स्वतन्त्रता के महासमर में,
वफा शक्ति बन व्यापे उर में,
दे दें जीवन-प्राण!
दे दे जीवन-प्राण!
जय राष्ट्रीय निशान!! |