स्वागतम
स्वागतम शुभ स्बागतम
आनंद मंगल मंगलम
नित प्रियम भारत भारतम
नित्य निरंतरता नवता
मानवता समता ममता
सारथि साथ मनोरथ का
जो अनिवार नहीं थमता
संकल्प अविजित अभिमतम
आनंद मंगल मंगलम
नित प्रियम भारत भारतम
कुसुमित नई कामनाएँ
सुरभित नई साधनाएँ
मैत्री मति कीडांगन में
प्रमुदित बन्धु भावनाएँ
शाश्वत सुविकसित इति शुभम
आनंद मंगल मंगलम
नित प्रियम भारत भारतम |