नागार्जुन
जन्म : १९११ ज्येष्ठ पूर्णिमा
के दिन ग्राम तरौनी, जिला दरभंगा में।
परंपरागत प्राचीन पद्धति से
संस्कृत की शिक्षा। सुविख्यात प्रगतिशील कवि एवं कथाकार। हिन्दी,
मैथिली, संस्कृत और बंगला में काव्य रचना। मातृभाषा मैथिली में
"यात्री" नाम से लेखन।मैथिली काव्य संग्रह "पत्रहीन नग्न गाछ" के
लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित।
छह से अधिक उपन्यास, एक दर्जन
कविता संग्रह, दो खण्ड काव्य, दो मैथिली (हिन्दी में भी अनूदित)
कविता संग्रह, एक मैथिली उपन्यास, एक संस्कृत काव्य "धर्मलोक
शतकम" तथा संस्कृत से कुछ अनूदित कृतियों के रचयिता।
निधन : ५ नवम्बर १९९८। |
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अनुभूति में
नागार्जुन की रचनाएँ-
गीतों में-
उनको प्रणाम
कालिदास सच सच बतलाना
जान भर रहे हैं जंगल में
पीपल के पत्तों पर
छंदमुक्त में-
बरफ़
पड़ी है
अग्निबीज
बातें
भोजपुर
गुलाबी चूड़ियाँ
सत्य
दोहों में-
नागार्जुन के दोहे
संकलन में-
वर्षा मंगल-
बादल को घिरते देखा है
गाँव में अलाव-
बरफ़ पड़ी है
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