अनुभूति में
सुशांत सुप्रिय की
रचनाएँ -
नयी रचनाओं में-
इधर से ही
एक सजल संवेदना-सी
किसान का हल
लोगों समझो
विडंबना
छंदमुक्त में-
केवल रेत भर
दिल्ली से
विस्तार
सबसे अच्छा आदमी
साठ की उम्र में
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लोगों, समझो
हवा
किस भाषा में
बहती है
धूप
कौन-सी बोली
बोलती है
नदी
के पानी की
ज़बान क्या है
बादल
कौन-सी जाति
के होते हैं
सूरज
किस गोत्र
का है
चाँद-सितारे
किस धर्म
के हैं
इंद्रधनुष
की नस्ल का
नाम क्या है
लोगों, समझो
अब ना समझ
कब समझोगे
३० मार्च २०१५
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